Interesting-Poem for Children in Hindi – “जादूगर”

Interesting-Poem for Children in Hindi – “जादूगर” एक ऐसी रचना है, जिसमें एक जादूगर के नज़रिए को व्यक्त किया गया है| इसमें जादूगर जादू की दुनिया को और उसकी वास्तविकता को बयां करता है| साथ ही जीवन की कुछ अन्य सच्चाईयों को प्रस्तुत करती है बच्चों की यह कविता – “जादूगर”|

जादूगर

Interesting-Poem for Children in Hindi – “जादूगर”
 Image by mohamed Hassan from Pixabay


दिखाता हूँ मैं अवश्य करिश्मा,
होता वो सत्य कहाँ है?
रहती है वो चीज़ वहीं,
होती जो चीज़ जहां है|
{ मैं एक जादूगर हूँ भैया,
मैं एक जादूगर हूँ|}-2


दो वक्त की रोटी हेतु,
भटकता इधर-उधर मैं|
कला कोई और आती नहीं,
बस, बेबस जादूगर मैं|
{ मैं एक जादूगर हूँ भैया,
मैं एक जादूगर हूँ|}-2


है केवल ये खेल नज़र का,
हाथ की सफ़ाई रखता हूँ|
जीवित को मृत दिखाता हूँ और
मृत को जिंदा करता हूँ|
{ मैं एक जादूगर हूँ भैया,
मैं एक जादूगर हूँ|}-2


होता अगर हुनर कोई दूजा,
जादूगर फ़िर क्यों होता?
बेमतलब हँसकर जीता हूँ,
छुपकर फ़िर क्यों रोता?
{ मैं एक जादूगर हूँ भैया,
मैं एक जादूगर हूँ|}-2


बड़ा आकर्षक लगता है जादू,
बौना बन जाता है साबु|
इसके खेल हैं बड़े निराले,
होता नहीं पर कुछ भी काबू|
{ मैं एक जादूगर हूँ भैया,
मैं एक जादूगर हूँ|}-2


इंद्रजाल यदि सच में होता,
सोता नहीं कोई भूखा|
चारों ओर हरियाली होती,
आता नहीं कभी सूखा|
{ मैं एक जादूगर हूँ भैया,
मैं एक जादूगर हूँ|}-2

criminal in prison

 Image by Prawny from Pixabay


रहता नहीं लाचार कोई,
बुरे लोगों को धोता|
करता नहीं मैं माफ़ उन्हें,
घर उनका कारा होता|


पर खोए रहना ठीक नहीं है,
दुष्टों के संहार में|
{ सपनों को सच करने होंगे,
मेहनत से संसार में|}-2
{ मैं एक जादूगर हूँ भैया,
मैं एक जादूगर हूँ|}-2

***कृष्ण कुमार कैवल्य***

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InterestingPoem for Children in Hindi – जादूगर से जुड़े शब्दार्थ/भावार्थ –

करिश्मा – चमत्कार|
बेबस – लाचार|
नज़र का खेल – जो वास्तविक न हो, सच्चाई से दूर, जादू के अर्थ में|
हाथ की सफ़ाई – हस्त-कौशल, करतब, हुनर, दक्षता|
मृत – मरा हुआ|
दूजा – दूसरा|
साबु – एक काल्पनिक विशालकाय कॉमिक पात्र (चरित्र)|
इंद्रजाल – जादू, जादू का कौशल|
निराला – अनोखा, अनूठा|
बुरे लोगों को धोना – बुरे लोगों को पीटना/सज़ा देना|
कारा – जेल, बंदीगृह|
संहार – नाश, खात्मा, अंत|


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