Inspirational Hindi Poem- 'Value-Of-Relationship' / 'रिश्तों का मूल्य'

Inspirational Hindi Poem- ‘Value-Of-Relationship’ एक ऐसी कविता है, जो आज के रिश्तों की वस्तुस्थिति को बतलाती है| समाज में पैसे का मूल्य रिश्तों से अधिक होता जा रहा है| यहाँ तक कि ज्ञान पर भी पैसा हावी होता जा रहा है|

भौतिकता रिश्तों पर चोट पहुंचा रही है| जहाँ पहले अपनों की खातिर सपनों का भी गला घोंट दिया जाता था, वहीं आज सपनों की ख़ातिर अपनों का गला घोंट दिया जा रहा है|

आज क्षणभंगुर चकाचौंध भरे सपनों में युवा खोते चले जा रहे हैं| और उनको जब तक होश आता है, तब तक अपनों का साथ छूट चुका होता है| फ़िर उनके साथ भी वही होने लगता है, जो उन्होंने पहले अपनों के साथ किया था|

Inspirational Hindi Poem- ‘Value-Of-Relationship’ – “रिश्तों का मूल्य” ऐसे ही भावों को प्रकट करती है|


रिश्तों का मूल्य

बाप है पैसा, भाई है पैसा,
नहीं बना कोई इसके जैसा|
दृष्टि बन गयी कुछ ऐसी,
सफ़लता का मतलब है पैसा|


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उसके पास है मोटर सायकल तो,
मेरे पास हो कार|
अंधी-दौड़ चल रही है इसकी,
जीवन की है ये हार|


रिश्तों के केंद्र में देखो,
सब कुछ है पैसा ही पैसा|
प्रेम की माला बिखर रही है,
पैसा नहीं तो अपना कैसा?


गिरेगा अभी समाज इतना,
विधि को दया नहीं आएगी|
जननी आहें भरती रहेंगी,
पुत्र को माँ नहीं भाएगी|


माँ अधिक मीठी होतीं या
अधिक मीठा है गुड़|
पैसे के इस दौर में
उत्तर बना है गुड़|


अधिक प्रिय गुड़ के होने से
बोझ बन गए माता-पिता|
वृद्धाश्रम की राह दिखाकर
तैयार कर रहे उनकी चिता|

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सर्मायादारों के दर पर
लगाते हैं हाज़िरी रोज़ ज्ञानी|
रानी बन बैठी है पूँजी,
प्रज्ञा भर रही पानी|


कृपा लक्ष्मी के होने से,
उल्लू के हैं वारे-न्यारे|
ज्ञान की थाती होने पर भी
हंस बन गये बेचारे|


अर्थ-तंत्र विकृत जब होता,
समाज भी होगा तब कैसा?
और समाज होता है जैसा,
सत्ता, धर्म होता है वैसा|


पैसा-पैसा यूं करने वाले,
एक दिन जब थक जाएगा|
पीछे मुड़कर देखेगा तो
कोई न अपना पाएगा|

Inspirational Hindi Poem- 'Value-Of-Relationship'

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सब कुछ नहीं पैसा होता है|
इससे बड़ा रिश्ता होता है|
जो न समझे इसके मोल को,
वही सदा जग में रोता है|


रिश्ते सदा अनमोल होते हैं|
इसे ज्ञानी नहीं खोते हैं|
काटेंगे कल वही फसल हम,
जिसको हम आज बोते हैं|
जिसको हम आज बोते हैं|

—कृष्ण कुमार कैवल्य---


Inspirational Hindi Poem- ‘Value-Of-Relationship’ से जुड़े शब्दार्थ/भावार्थ –

अंधी दौड़ – भौतिक चीजों के पीछे भागने की होड़|
प्रेम की माला – अपनापन, रिश्तों में प्यार|
जननी – माँ|
गुड़ – भौतिक चीजें, लालायित करने वाली चीजों/वस्तुओं के अर्थ में|
सर्मायादार – धनवान, बहुत पैसे वाले|
प्रज्ञा – ज्ञानवानों के लिए प्रयुक्त|
पानी भरना – दो वक्त की रोटी हेतु जी तोड़ परिश्रम करने के अर्थ में|
उल्लू – अयोग्य लोग, अपात्र लोग|
हंस – ज्ञानी जन, विद्वान, योग्य व्यक्तियों के लिए प्रयुक्त|
अर्थ-तंत्र – अर्थव्यवस्था|
विकृत – टेढ़ा-मेढ़ा, बेढंगा, अनुकूल न होना|
जग – जगत, दुनिया|
अनमोल – जिसका मूल्य नहीं लगाया जा सके, अमूल्य|


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