Poem on Holi in Hindi

"Poem on Holi in Hindi" होली पर लिखी गयी प्रेममयी कविता है| 

 होली का त्यौहार प्रेम, सद्भाव, समर्पण व त्याग का महापर्व है। बुराई पर अच्छाई की विजय के रूप में भी यह पर्व हम सब मनाते हैं|

होली का त्यौहार पूरे विश्व में खुशियां, शांति और मानवता का संचार करे; ऐसी मेरी कामना है।


कविता  - होली 




इंतज़ार आज ख़त्म हुआ,

 लो आ गई है होली।

इंतज़ार आज ख़त्म हुआ,

 लो आ गई है होली।

हम सब सारे एक समान,

 आओ खेलें हम होली‌

आओ खेलें हम होली।।


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बुराई पर अच्छाई का पर्व ये ,

प्रेम, भाईचारे का है उत्सव।

 इंद्रधनुष सा रंग बिखेरती ,

बहुआयामी होली।

बहुआयामी होली।।


इसमें मानव-कल्याण की चाहत,

ध्यान रखें न हो कोई आहत।

एक साल की प्रतीक्षा पश्चात् ,

है आ गई ये होली।

है आ गई ये होली।।




ये रंग हैं छूते दिल के तार को,

हैं स्रोत उमंग-तरंग के।

हर दिन भरा रहे रंगों से,

हम सब की है होली।

 हम सब की है होली।।

          - कृष्ण कुमार कैवल्य।


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