Shayari on Life Style in Hindi
Shayari on Life Style in Hindi - जीवन शैली पर शायरी|
इंसान की अव्यवस्थित ज़िंदगी तथा उसके गलत आहार, विहार एवं विचार ने उसे व इस धरती को नाश के क़रीब ला दिया है| इसलिए हे इंसान! अपनी ज़िंदगी एवं इस ख़ूबसूरत धरती को अब भी बचा लो|
शायरी
बढ़ती जा रही वैश्विक गर्मी
और ऊपर से गरम मिज़ाज|
बढ़ती जा रही वैश्विक गर्मी
और ऊपर से गरम मिज़ाज|
बाकी कर रहा गोश्त पूरा,
कैसे हों लोग खुशमिज़ाज?
Please must read Sarcastic Poem in Hindi- "आओ धरा का नाश करें|"
तिस पर जीवन की आपाधापी,
नहीं हो पा रही मुक़म्मल
परवाज़|
तिस पर जीवन की आपाधापी,
नहीं हो पा रही मुक़म्मल परवाज़|
अब भी वक्त है बदलो वरना
हो चुका नाश का आगाज़|
***कृष्ण कुमार कैवल्य***
Shayari on Life Style in Hindi से जुड़े शब्दार्थ-
वैश्विक
- विश्व का, संसार का, दुनिया से संबंधित|
मिज़ाज
- स्वभाव, प्रवृति, तबियत, दिल|
तिस
पर – उसके पीछे, उसके उपरान्त, यह, इस|
आपाधापी
- भाग-दौड़|
मुक़म्मल
- पूरा, सम्पूर्ण, समूचा|
परवाज़
- उड़ान|
वरना
- नहीं तो, अन्यथा|
आगाज़
- शुरुआत, आरम्भ|
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